नई दिल्ली. हाल ही में फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी कंपनी भारतपे के पूर्व सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर को लेकर एक खबर आई. खबर यह थी कि अन्य लोगों के साथ मिलकर कंपनी बनाने वाले अशनीर ग्रोवर अब भारतपे से पूरी तरह अलग हो गए हैं और वह अब किसी भी क्षमता में इसके साथ नहीं जुड़े रहेंगे. सह-संस्थापक का पद उनसे पहले ही ले लिया गया था. हालांकि, अशनीर ग्रोवर पहले नहीं हैं जिनके साथ ऐसा हुआ है.
अशनीर से पहले भी ऐसे कुछ उदाहरण रहे हैं जब कंपनी की नींव रखने वाले लोगों को ही उससे बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. इसमें कई बड़े नाम शामिल हैं. आज हम आपको ऐसे ही 5 लोगों के बारे में बताने जा रहे हैं.
सैम ऑल्टमैन
OpenAI के सह-संस्थापक सैम ऑल्टमैन को 2023 में कंपनी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था. वह तब कंपनी के सीईओ के रूप में कार्यरत थे और अचानक उनके पद से हटा दिया. बोर्ड ने बयान जारी कर कहा कि उन्हें ऑल्टमैन के नेतृत्व पर विश्वास नहीं रह गया था. हालांकि, उन्हें करीब हफ्तेभर के समय के बाद दोबारा कंपनी के सीईओ के पद पर नियुक्त कर दिया गया.
स्टीव जॉब्स
Apple के सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स 1985 में कंपनी से निकाल दिए गए थे. बोर्ड के साथ उनके टकराव और उनकी कठोर प्रबंधन शैली को इसका कारण माना गया. लेकिन 1997 में जॉब्स ने एक बार फिर से Apple में वापसी की और कंपनी को नए आयामों तक पहुंचाया. उनके नेतृत्व में Apple ने दुनिया भर में सफलता हासिल की.
जैक डॉर्सी
ट्विटर के सह-संस्थापक जैक डॉर्सी को 2008 में CEO के पद से हटा दिया गया था. उस समय कंपनी में कई तकनीकी समस्याएं थी, जिसमें बार-बार सेवा ठप हो जाना और नेटवर्क का बैकअप सिस्टम न होना शामिल था. डॉर्सी 2015 में CEO के रूप में वापस आए और 2021 तक इस पद पर रहे.
ट्रैविस कालानिक
उबर के संस्थापक ट्रैविस कालानिक ने 2017 में CEO पद से इस्तीफा दे दिया था. इस्तीफे से पहले उबर कई विवादों में घिरा था, जिसमें एक पूर्व कर्मचारी द्वारा यौन उत्पीड़न और लैंगिक भेदभाव के आरोप शामिल थे.
जेरी यांग
याहू के सह-संस्थापक जेरी यांग ने 2012 में कंपनी से इस्तीफा दे दिया था. शेयरधारकों ने उनकी नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठाए थे और उन्हें कंपनी के विकास में बाधा के रूप में देखा जा रहा था.
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FIRST PUBLISHED : October 1, 2024, 18:53 IST