नई दिल्ली. कार्ब्युरेटर बाइक के इंजन का एक अहम हिस्सा है. यह इसलिए क्योंकि बाइक के इस हिस्से में फ्यूल के साथ हवा मिलकर इंजन के अंदर जाता है. यदि कार्ब्युरेटर ठीक तरह से काम न कर तो बाइक चलने में काफी दिक्क़तें खड़ी करेगी और माइलेज पर भी असर पड़ेगा. बता दें कि आजकल की नई बाइक्स फ्यूल इंजेक्टेड इंजन के साथ आ रही हैं और इनमें कार्ब्युरेटर सिस्टम नहीं मिलता है, लेकिन आज भी लाखों ऐसी पुरानी बाइक्स चल रही हैं जिनमें कार्ब्युरेटर सिस्टम लगा हुआ है.
अक्सर जब पुरानी बाइक चलाने वाले लोग सर्विस कराने जाते हैं, तो बाइक मैकेनिक उन्हें कार्ब्युरेटर खुलवाकर साफ करने की सलाह देते हैं. लेकिन सवाल यह उठता है कि यदि बाइक ठीक चल रही है तो कार्ब्युरेटर की क्लिनिंग क्यों करवाएं? बेवजह कार्ब्युरेटर खुलवाने के भी कई तरह के नुकसान हैं. चलिए जानते हैं कि आपको किन परिस्थितियों में ही कार्ब्युरेटर खुलवाना चाहिए.
कार्ब्युरेटर खुलवाने के सामने आती हैं ये दिक्कतें
बाइक का कार्ब्युरेटर एक बेहद पेचीदा हिस्सा होता है, जिसे एक बार खुलने के बाद दोबारा ठीक तरह से सेट करना सभी मैकेनिक के बस की बात नहीं होती. दरअसल, कार्ब्युरेटर में सीलिंग बनी होती है जो कंपनी मैन्युफैक्चर करते समय बनाई जाती है. कार्ब्युरेटर खुलने के बाद यह सीलिंग कमजोर हो जाती है, जिसे कुछ मैकेनिक अच्छे से सेट नहीं कर पाते. इस वजह से इंजन में फ्यूल और एयर लीकेज की गड़बड़ी सामने आने लगती है. जिससे अच्छी-खासी चल रही बाइक की माइलेज अचानक से कम हो जाती है.
इसके अलावा अरग मैकेनिक ने कार्ब्युरेटर का फ्यूल मिक्चर ठीक तरह से सेट नहीं किया तो बाइक चलते-चलते बीच में बंद होने लगती है, जो बाइक के लिए तो ठीक नहीं है, साथ ही सड़क पर आपकी जान को भी खतरे में डाल सकती है.
इन गड़बड़ियों के दिखने पर ही खुलवाएं कार्ब्युरेटर
चूंकि कार्ब्युरेटर एक बेहद पेचीदा हिस्सा होता है, इसे बेवजह खुलवाने से यह खराब भी हो सकता है. आपको कार्ब्युरेटर तभी खुलवाना चाहिए जब उसमें कचरा जम जाने के वजह से इंजन स्टार्ट न होने लगे. इसके अलावा फ्यूल की लीकेज होने पर भी कार्ब्युरेटर खुलवाकर ठीक करवाया जा सकता है. इसके अलावा अगर कार्ब्युरेटर के अंदर लगी किसी चीज में खराबी का शक हो तो भी उसे खोल कर रिपेयर किया जा सकता है.
FIRST PUBLISHED : October 1, 2024, 16:06 IST