नई दिल्ली. कुसल परेरा और मोहम्मद शहजाद की तूफानी पारियों की बदौलत जोहानिसबर्ग बांग्ला टाइगर्स ने जिम्बाब्वे अफ्रो टी10 टूर्नामेंट जीत लिया है. सिकंदर रजा की कप्तानी वाली टीम ने फाइनल में केपटाउन सैम्प आर्मी को हराया. जोहानिसबर्ग बांग्ला टाइगर्स ने आखिरी गेंद पर 5 रन से मुकाबला जीता. केपटाउन सैम्प आर्मी के इंग्लिश बैटर डेविड मलान ने 62 रन की पारी खेली, लेकिन अपनी टीम को खिताब नहीं जिता सके.
जिम्बाब्वे अफ्रो टी10 टूर्नामेंट का फाइनल जोहानिसबर्ग बांग्ला टाइगर्स और केपटाउन सैम्प आर्मी के बीच खेला गया. केपटाउन सैम्प आर्मी के कप्तान रोहन मुस्तफा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी लेकिन यह उसके गेंदबाजों को रास नहीं आया. जोहानिसबर्ग के बैटर्स ने 10 ओवर में 5 विकेट पर 129 रन ठोक दिए. उसकी ओर से ओपनर कुसल परेरा ने महज 300 की स्ट्राइक रेट से 11 गेंद पर 33 रन बनाए. उन्होंने मोहम्मद शहजाद के साथ 22 गेंद पर 59 रन की तूफानी साझेदारी की. शहजाद ने 25 गेंद 44 रन और हजरतुल्लाह जजाई ने 11 गेंद पर 19 रन बनाए.
लक्ष्य का पीछा करने उतरी केपटाउन की टीम ने अच्छी शुरुआत की. ओपनर डेविड मलान ने 28 गें पर 62 रन बनाकर एक छोर संभाला. दूसरे छोर से ब्रायन बेनेट ने 21 गेंद पर 36 और जैक टेलर ने 9 गेंद पर 23 रन ठोक दिए. हालांकि, मलान, बेनेट और टेलर की अच्छी पारियों के बावजूद केपटाउन की टीम लक्ष्य से दूर रह गई. केपटाउन सैम्प आर्मी 10 ओवर में 2 विकेट पर 124 रन ही बना सकी.
न्यूजीलैंड के एडम मिलने ने जोहानिसबर्ग बांग्ला टाइगर्स की जीत में अहम भूमिका निभाई. उन्होंने दो ओवर के अपने स्पेल में सिर्फ 18 रन खर्च किए और दो विकेट भी झटके. ब्रायन बेनेट और रोहन मुस्तफा को एडम मिलने ही पैवेलियन लौटाया.
FIRST PUBLISHED : September 30, 2024, 10:20 IST