नई दिल्ली: डिफेंस सेक्टर (Defense Sector) में ज्यादतर विदेशी कंपनियों का दबदबा है. अब पहली बार ऐसा हो रहा है कि कोई भारतीय कंपनी विदश में डिफेंस फैक्ट्री लगाएगी. दरअसल, टाटा ग्रुप (Tata Group) की एक कंपनी विदेशी धरती पर डिफेंस मैन्यूफैक्चरिंग लाइन स्थापित करने की राह पर है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड यानी टीएएसएल (TASL) ने सोमवार (30 सितंबर) को व्हील आर्मर्ड प्लेटफॉर्म (WhAP) बनाने के लिए मोरक्को के रॉयल आर्म्ड फोर्स के साथ स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप करने की घोषणा की.
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कंपनी को उम्मीद है कि इस पार्टनरशिप के साथ ही दूसरे अफ्रीकी देशों में ऐसे ही वेंचर्स की तलाश करने में उसे मदद मिलेगी. बता दें कि WhAP एक बख्तरबंद वाहन है, जिसे भारत के सरकारी रक्षा संस्थान डीआरडीओ (DRDO) और टाटा मोटर्स के सहयोग से विकसित किया गया है.
विदेश में पहली बार डिफेंस फैक्ट्री बनाएगी कोई भारतीय कंपनी
यह मोरक्को का पहला बड़ा डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग प्लांट होगा और भारत के बाहर किसी भारतीय डिफेस ऑरिजिनल इक्विपमेंट मैनफक्चर की पहली प्रोडक्शन यूनिट होगी. टीएएसएल ने कहा कि उसकी लोकल यूनिट मोरक्को और संभावित रूप से अफ्रीका के अन्य देशों के लिए स्पेशलाइज्ड व्हीकल सिस्टम्स का उल्लेखनीय संख्या में प्रोडक्शन करेगी.
कंपनी ने एक बयान में कहा, ”टीएएसएल प्लेटफॉर्म 8×8 को टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स और टाटा मोटर्स ने डीआरडीओ (DRDO) के साथ मिलकर विकसित किया है. इस तरह यह भारतीय प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर की पार्टनरशिप का एक सफल उदाहरण है. इससे भारत में प्रोडक्शन होगा और साथ ही मोरक्को में डिफेंस प्लेटफॉर्म की फाइनल असेंबली भी शुरू होगी. यह प्रोडक्शन फैसलिटी अगले 12 महीनों में चालू हो जाएगी, जिससे कॉन्ट्रेक्ट यूनिट्स की सप्लाई हो सकेगी.”
Tags: Tata Motors
FIRST PUBLISHED : September 30, 2024, 20:42 IST